NDA में ही रहेंगे पशुपति पारस , कहा- PM मोदी हमारे नेता, उनका निर्णय सर्वोपरि

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PATNA : सियासी उठापठक के बीच आज काफी समय से पशुपति पारस के NDA से नाराजगी की चर्चा पर आज विराम लग गया, बताते चले की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के I.N.D.I.A गठबंधन में जाने की अटकलों पर विराम लग गया है. पशुपति पारस ने साफ कर दिया है कि वे अभी एनडीए में ही हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा है, हमारी पार्टी रालोजपा, NDA का अभिन्न अंग है. पीएम मोदी हमारे नेता हैं और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है, जिसके बाद विपक्षी गठबंधन के मंसूबों को निराशा हाँथ लगी है, बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में एक भी सीट न मिलने के बाद पशुपति पारस के सुर बागी हो गए थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही कहा था कि मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी की गई है. सीट बंटवारे में हमें एक भी सीट नहीं दी गई है. मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने से पहले तक पशुपति पारस नरेंद्र मोदी सरकार में खाद्य और प्रसंस्करण मंत्री थे.

                                       पढ़ें पशुपति पारस का X पर पोस्ट किया गया बयान                                  ANI_HindiNews on X: "राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने ट्वीट किया, "हमारी पार्टी RLJP एनडीए का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री ...


I.N.D.I.A गठबंधन में जाने की थी चर्चा : एनडीए के सीट बंटवारे में चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 5 लोकसभा सीट दिए जाने से नाराज पशुपति पारस ने गठबंधन छोड़ने की धमकी दी थी. जब काफी प्रयास किए जाने के बाद उन्हें NDA में कुछ सीटें नहीं मिली तो उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि अगर हमें उचित सम्मान नहीं दिया गया तो हमारी पार्टी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है. हमारे सामने दरवाजे खुले हैं.


 

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