

रिपोर्ट : दीपक कुमार – कानपुर
कानपुर : पहलगाम हमले के बाद सेना द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर के बीच तुर्की द्वारा पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करने की घटना ने देशभर में तीखी प्रतिक्रिया उकसाई है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय नागरिकों ने तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों का बहिष्कार शुरू कर दिया है। इस बहिष्कार का असर यात्रा उद्योग पर भी देखने को मिल रहा है, जहां लोग बुक माय हॉलिडे जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से इन देशों की यात्रा बुकिंग रद्द करवा रहे हैं।
कानपुर के गुमटी नंबर 5 स्थित बुक माय हॉलिडे के कार्यालय में इन दिनों टिकट रद्द करने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। यह कार्यालय देश-विदेश की हवाई यात्राओं और पैकेज बुकिंग के लिए जाना जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भारत-पाक तनाव के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद इन देशों पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है।
टिकट रद्द कराने आए एक पर्यटक, महेश सोनी ने कहा, “जो देश हमारे दुश्मन का साथ दे रहा है, उस पर हम भरोसा नहीं कर सकते। तुर्की और अजरबैजान की यात्रा के दौरान हमारी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। इसलिए हमने अपनी बुकिंग रद्द करने का फैसला किया।”
बुक माय हॉलिडे के प्रबंध निदेशक, जसवीर सिंह जुनेजा ने बताया, “पिछले कुछ दिनों में तुर्की और अजरबैजान के लिए बुकिंग रद्द करने के अनुरोधों में तेजी आई है। हम ग्राहकों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और उनकी मांगों को पूरा करने में सहयोग कर रहे हैं।”
स्थानीय निवासी गुरविंदर सिंह छाबड़ा (विक्की) ने भी इस बहिष्कार का समर्थन करते हुए कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा और सम्मान से बड़ा कुछ नहीं है। हम ऐसे देशों की यात्रा क्यों करें, जो हमारे खिलाफ खड़े हैं?”
यह बहिष्कार न केवल यात्रा उद्योग तक सीमित है, बल्कि देशभर में तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों और सेवाओं के खिलाफ भी जनता का गुस्सा देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत की एकजुटता और राष्ट्रीय हितों के प्रति जनता की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।