

रिपोर्ट : विजय बाजपाई – कानपुर
■ कक्षा 5 की पोलियो पीड़िता बालिका बनी स्टार परफॉर्मर; टीम को प्रशिक्षित करने वाले फाउंडेशन को IIT कानपुर ने किया सम्मानित
कानपुर : इस वर्ष आईआईटी कानपुर के वार्षिक टेक्नोलॉजी महोत्सव टेककृति में संभल जिले के सरकारी प्राथमिक स्कूलों की एक टीम ने शानदार प्रदर्शन कर सबको हैरान किया। इस दौरान इवेंट की ‘मैनोवर’ रोबोटिक्स कैटेगरी में देशभर के लगभग 250 इंजीनियरिंग छात्रों और 60 टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए इन बच्चों ने ‘आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस’ अवॉर्ड अपने नाम किया। ये टीम अभी हाल ही में आईआईटी दिल्ली में हुए एक ‘ब्लाइंडबोट’ रोबोटिक्स इवेंट में 35 बीटेक टीमों को हराकर इतिहास रच चुकी है। इन छात्रों को प्रशिक्षण दिया था सेवा न्याय उत्थान फाउंडेशन ने, जिसकी स्थापना आईआईटी-गुवाहाटी और आईआईएम-कलकत्ता के पूर्व छात्र संजीव नेवर ने की है। फाउंडेशन को टेककृति टीम द्वारा “देश की उपेक्षित हिस्सों तक STEM शिक्षा पहुंचाने में क्रांतिकारी योगदान” के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
टेककृति में सबसे चर्चित प्रतिभागियों में से एक रहीं राधा, जो बनियाखेड़ा पीएम श्री स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा हैं। पोलियो से पीड़ित राधा सामान्य बच्चों की तरह चल नहीं सकतीं, लेकिन उन्होंने जो मंच IIT में पाया, वह आज संभल की प्रेरणा बन चुका है। जीत के बाद राधा ने कहा, “अब मैं वैज्ञानिक बनना चाहती हूं।”
यह छात्र चार PM श्री स्कूलों से आए थे — बनियाखेड़ा, पवांसा, बहजोई और संभल ब्लॉक।
प्रतियोगिता से पहले संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बच्चों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। डॉ. पैंसिया, जो सेवा न्याय उत्थान फाउंडेशन के साथ मिलकर संभल में रोबोटिक्स शिक्षा क्रांति ला रहे हैं, ने कहा: “शिक्षा और बड़े सपने सिर्फ संभल को ही नहीं, पूरे देश को बदल सकते हैं।”