देश में चुनावी माहौल के बीच आंध्र प्रदेश में एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा चुका है, इस फॉर्मूले के तहत आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 और लोकसभा की 25 सीट हैं. बता दें कि, आंध्र प्रदेश में बीजेपी के साथ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने हाथ मिलाया है. बीजेपी आंध्र में विधानसभा की 10 सीटों और लोकसभा की 6 सीट पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, जनसेना 21 विधानसभा सीट और 2 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा बाकी 144 विधानसभा और 17 लोकसभा सीटों पर टीडीपी अपने उम्मीदवार उतारेगी, इस घोषणा के बाद विपक्षी पार्टियों में एक बार फिर से बेचैनी की रेखाएं साफ़ देखी जा सकती है !
आंध्रा में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए सीटों के गठजोड़ को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक हुई थी. यह बैठक दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से आयोजित हुई थी. बीजेपी मुख्यालय में जारी इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्यगण मौजूद थे. बैठक में काफी जद्दोजहद के बाद देर रात आंध्र प्रदेश में सीट शेयरिंग पर आखिरी मुहर लग गई.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत बीजेपी नेताओं ने आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण से मुलाकात की. इस मौके पर शेखावत के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने नायडू और कल्याण से मिलकर गठबंधन उम्मीदवारों पर चर्चा की.
सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी पार्टी ने 17 से 20 मार्च के बीच एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया है. तेदेपा के एक अन्य सूत्र ने इस बात पर जोर दिया कि अगर मोदी इस सभा में भाग लेते हैं, तो यह एक दशक में पहली बार होगा कि मोदी, नायडू और कल्याण एक ही मंच पर होंगे.