BANGLADESH : दुनियाभर में जहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता ने झंडे गाड़ दिए हैं वहीँ अब कुछ देश में भारत के साथ कूटनीतिक रिश्तों पर असर डालने के लिए फिर से कुछ टूल किट सक्रीय नज़र आ रहें हैं, अब ऐसे में इस बार मालदीव के बाद अब बांग्लादेश में भी ‘इंडिया आउट’ कैंपेन जोर पकड़ लिया है. बांग्लादेश में इस साल जनवरी में हुए आम चुनाव में शेख हसीना की जीत के बाद पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर ‘इंडिया आउट’ अभियान देखने को मिल रहा है. बताया जा रहा है कि इस अभियान के पीछे बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के साथ-साथ पाकिस्तानी सुरक्षा आईएसआई की मिलीभगत है.
इंडिया आउट अभियान में भारत और बांग्लादेश की दोस्ती को टारगेट किया जा रहा है. अभियान में बांग्लादेश के लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने के लिए प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि चीन समर्थन में नेरेटिव बनाने के लिए संगठित ग्रुप में काम हो रहा है. भारत विरोधी इस अभियान में बांग्लादेश से फरार पिनाकी भट्टाचार्य को इस साजिश का अहम किरदार माना जा रहा है.
पिनाकी भट्टाचार्य फ्रांस में मौजूद है और वो वही से बैठे हुए भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर फैलाने का काम कर रहा है. बांग्लादेश में बढ़े विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए इंडिया आउट कैंपने पर अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर है. अभियान के तहत बीएनपी के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर भारत के प्रोडक्ट का विरोध करने की अपील कर रहे हैं. इस कैंपेन में आतंकी तारिक रहमान की भूमिका भी सामने आ रही है. बीएनपी के एक्टिंग चेयरमैन जियाउर रहमान का बेटा है. बीएनपी बांग्लादेश की इस्लामिक पार्टी है और अमेरिका की ओर से इस पार्टी को टियर-III आतंकवादी संगठन घोषित कर चुका है. बीएनपी कार्यकर्ताओं ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारत हमारा दोस्त नहीं है. बीएनपी कार्यकर्ताओं ने कहा है कि 1971 के दौरान भारत उनकी मदद के लिए नहीं आया था. भारत उनका दोस्त नहीं है.