

■ रिपोर्ट : रवि प्रताप सिंह – फतेहपुर
फतेहपुर, 25 जुलाई 2025: फतेहपुर जिले के हसउपुर गांव में चकमार्ग निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। ग्राम निवासी किसान शंकर सिंह पुत्र रिशा ने आरोप लगाया है कि उनकी भूमि (गाटा संख्या 296) पर न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद जबरन चकरोड बनाया जा रहा है। इस भूमि पर वर्तमान में धान की फसल खड़ी है, जिसे नष्ट कर रास्ता बनाने का कार्य शुरू किया गया है।
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाते हुए बताया कि अर्जुन सिंह, फूल सिंह, मखोतार और हरिपाल द्वारा ग्राम प्रधान की मिलीभगत से उनकी उपजाऊ जमीन को जोतकर चकमार्ग बनाया जा रहा है। शंकर सिंह के अनुसार, सिविल जज जूनियर डिवीजन की कोर्ट ने 14 जुलाई 2025 को इस मामले में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ पर रोक लगाने का आदेश दिया था। बावजूद इसके, 23 जुलाई को लेखपाल, कानूनगो, नायब तहसीलदार और ग्राम प्रधान की मौजूदगी में खेत को जोतकर चकमार्ग निर्माण शुरू कर दिया गया। विरोध करने पर पीड़ित परिवार के साथ गाली-गलौज और झगड़े की स्थिति उत्पन्न की गई।
पीड़ित रंजीत कुमार ने कहा, “हमारी जमीन पर जबरन रास्ता बनाया जा रहा है, जबकि कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया है। हमारी फसल बर्बाद हो रही है।” वहीं, पीड़िता रूप रानी ने बताया, “हमने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। हम सिर्फ न्याय चाहते हैं।” पीड़ित परिवार ने मांग की है कि जब तक राजस्व विभाग द्वारा निष्पक्ष पैमाइश नहीं हो जाती, तब तक चकमार्ग निर्माण रोका जाए। उन्होंने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की अपील की है। इस मामले में प्रशासन की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।