कोटा में NEET की तैयारी करने वाली एक लड़की के पिता के पास सोमवार (18 मार्च) को एक मैसेज आता है। जिसे देखने के बाद वो पूरी तरह दहल गए। इस मैसेज में उनकी बेटी की कुछ तस्वीरें भेजी गईं थी, जिसमें उसके हाथ-पैर और मुंह को बांधा गया था। साथ ही लड़की के चेहरे पर खून भी लगा हुआ था। इस मैसेज को भेजने वाले व्यक्ति ने 30 लाख रुपए की डिमांड भी की थी। ऐसे मैसेज को देखने के बाद उस पिता पर क्या गुजरी होगी इसका अंदाजा लगाना नामुमकिन है। लेकिन इस किडनैपिंग के केस में एक के बाद एक जो खुलासे हुए हैं वो हैरान कर देने वाले हैं।
दरअसल, जिस दिन लड़की के पिता को ये मैसेज भेजा गया है, उसी दिन (18 मार्च) का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इस फुटेज में वही लड़की दो लड़कों के साथ दिखाई दे रही है। हालांकि, इस वक्त कहां है इसका पता नहीं चल पाया है। लेकिन पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में ये साफ हो गया है कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि, उसने खुद ही इस अपहरण की साजिश रची थी।
दोस्त के साथ विदेश जाने की कर रही थी प्लानिंग : दरअसल, इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने बताया कि फिलहाल अपहरण जैसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है। जिससे ये बात सामने आ रही है कि लड़की के साथ किसी भी तरह का कोई अपराध नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि छात्रा अपने दोस्त के साथ विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहती थी, जिसके लिए उसे पैसों की आवश्यकता थी। इसी पैसे के लिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने झूठे अपहरण की साजिश रच डाली।
इंदौर में ही रह रही थी छात्रा, कभी नहीं गई कोटा : वहीं पुलिस जांच में ये सामने आया है कि छात्रा 3 अगस्त 2023 को अपनी मां के साथ कोटा आई थी। यहां से मां के घर वापस चले जाने के बाद वो कुछ दिन बाद ही वापस इंदौर चली गई और वहीं रहने लगी। इंदौर लौटने के बाद छात्रा कभी भी कोटा वापस नहीं आई और न ही उसने किसी कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया। यहां छात्रा अपने दो दोस्तों के साथ सीसीटीवी फुटेज में नजर आई है, जिनमें से एक को पुलिस ने पकड़ लिया है और लगातार उससे पूछताछ की जा रही है। लेकिन छात्रा और उसका एक दोस्त अभी भी गायब हैं। वहीं छात्रा के पिता ने कहा कि उनकी बेटी कोटा जाने से पहले इंदौर में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। जहां उसे रिंकू धाकड़ नाम का एक लड़का काफी परेशान करता था। वो लड़का उसका पीछा भी करता था। जिसके बाद अनुराग सोनी और हर्षित नाम के दो युवक भी उसे परेशान करने लगे थे। यही नहीं लड़के उसे कॉल करके ब्लैकमेल करते थे और पैसों की डिमांड करने लगे थे। इस घटना के बाद उन्होंने बेटी को शिवपुरी वापस बुला लिया। यहां छात्रा के पिता ने इन्हीं दोनों लड़कों पर अपहरण करने का आरोप लगाया है।
छात्रा बोलती रही झूठ पर झूठ : गौरतलब है कि 18 मार्च को छात्रा के पिता के पास एक मैसेज आया जिसमें ये कहा गया कि उनकी बेटी का किडनैप कर लिया गया है और जिंदा छोड़ने के बदले 30 लाख रुपये मांगे गए थे। इसके साथ ही उन्हें कुछ तस्वीरें भी भेजी गई जिससे वो काफी डर गए। इन तस्वीरों में छात्रा के मुंह से खून निकलता हुआ भी दिखाई दे रहा था। हालांकि, पुलिस का इस केस के संबंध में ये कहना है कि लड़की विदेश जाना चाहती थी इसलिए उसने यह साजिश रची। इस घटना में ये बात भी सामने आई है कि लड़की ने अपने घरवालों से झूठ बोला था कि वह कोटा में कोचिंग पढ़ती है। जबकि, जब पुलिस पिता के साथ कोचिंग सेंटर गई तब पता चला कि वहां उस नाम की कोई छात्रा है ही नहीं। ये भी बात सामने आई है कि लड़की कोटा में रहती ही नहीं थी। फिलहाल, पुलिस लड़की और उसके दोस्त की तलाश में लगी हुई है।