NEW DELHI : अगर आप भी जल्दबाज़ी में कुछ खाने पीने के शौक़ीन है, इस भूख में जल्दी कुछ बनाकर खाने का मन करता है तो लोगों में ज्यादातर सबसे पहले मैगी बनाना पसंद करते हैं और उसकी वजह भी है मैग्गी का विज्ञापन जिसमे कहा गया है कि मैगी सिर्फ दो मिनट में ही बन जाती है इसीलिए ये लोगों के बीच पॉपुलर हो गई. लेकिन उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में इसी मैगी की वजह से एक परिवार के छह लोग बीमार हो गए और एक दस साल के बच्चे की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि चावल के साथ मैगी मिलाकर खाने से 10 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है, जबकि परिवार के 6 लोग फूड पॉइजनिंग शिकार हो गए. सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालांकि 10 साल के बच्चे को नहीं बचाया जा सका |
प्राप्त जानकारी के अनुसार, परिवार के सभी सदस्यों ने मैगी के साथ चावल मिक्स कर खाया था. इसके बाद सभी उल्टी और दस्त करने लगे. आनन फानन में सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 6 लोग ठीक हो गए लेकिन दस साल के बच्चे की मौत हो गई. दस साल के बच्चे की मौत की खबर सुनकर हर कोई हैरान है और मैगी के साथ चावल खाने को लेकर लोगों में भय है. हालांकि मामले की जांच की जा रही है कि आखिर मैगी खाने के बाद परिवार के लोगों की तबीयत क्यों बिगड़ी। इस दौरान पेट में तेज दर्द होता है. 15 से 20 मिनट के अंतराल में उल्टी होती है.दस्त होने लगते हैं. खाना खाते ही उल्टी हो जाती है, सिर में तेज दर्द होने लगता है. शरीर बहुत ज्यादा थका हुआ और कमजोर महसूस होने लगता है. बुखार भी आ जाता है. ये फूड पॉइजनिंग के कुछ लक्षण हैं