WPL 2024 : रोमांचकारी मुकाबले में आखिरकार तय हो गया है की इस बार विमेंस प्रीमियर लीग में कौन सी दो टीमें फाइनल मुकबला खेलेंगी, मतलब साफ़ है की WPL 2024 का फाइनल तय हो गया है और इस बार इस ट्रॉफी को जीतने के लिए दिल्ली कैपिटल्स की टक्कर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से होगी. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 17 मार्च को होने वाले इस फाइनल का फैसला बैंगलोर की टीम ने एक जबरदस्त और रोमांचकारी जीत के साथ किया. शुक्रवार 15 मार्च को खेले गए एलिमिनेटर मैच में बैंगलोर ने डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस को सनसनीखेज अंदाज में 5 रन से हराते हुए पहली बार फाइनल में जगह बनाई, पिछले सीजन में प्लेऑफ से चूकने वाली स्मृति मांधना की कप्तानी वाली बैंगलोर ने इस सीजन में बेहतर प्रदर्शन करते हुए टॉप-3 में जगह बनाई थी और फाइनल के लिए दावेदारी ठोकी थी. एलिमिनेटर मैच से पहले उसने मुंबई इंडियंस को एकतरफा अंदाज में हराया था. तीन दिन पहले इसी मैदान पर मिली उस जीत को दोहराने की उम्मीद के साथ टीम मुकाबले में उतरी लेकिन बल्लेबाजों ने इस बार बुरी तरह निराश किया.
कप्तान स्मृति मांधना (10) ने मैच की पहली ही गेंद पर चौका जमाकर इरादे जाहिर किए और 2 ओवरों में ही बैंगलोर ने 20 रन जोड़ दिए, लेकिन यहीं पर विकेट का पतझड़ आया और पावरप्ले खत्म होने तक टीम का स्कोर सिर्फ 34 रन था, जबकि स्मृति समेत 3 विकेट गिर गए थे. टीम की विस्फोटक बल्लेबाज ऋचा घोष काफी देर तक टिकी रही लेकिन वो संघर्ष ही करती दिखी और 10वें ओवर में सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गईं.
यहां से एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई सुपरस्टार एलिस पैरी (66) ने मोर्चा संभाला और टीम को धीरे-धीरे आगे बढ़ाती रहीं. उन्होंने 40 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. पैरी ने जॉर्जिया वेयरहैम के साथ मिलकर टीम को किसी तरह 135 के स्कोर तक पहुंचाया. वेयरहैम (18 नॉट आउट) ने आखिरी गेंद पर बेहतरीन छक्का जमाया. मुंबई के लिए हेली मैथ्यूज, नैट सिवर ब्रंट और साइका इशाक ने 2-2 विकेट लिए.
बॉलर्स ने बैंगलोर को दिलाई उम्मीद
बैंगलोर ने मुंबई के बल्लेबाजों को तेज शुरुआत करने का मौका नहीं दिया और चौथे ही ओवर में युवा स्पिनर श्रेयांका पाटिल (2/16) ने विस्फोटक ओपनर हेली मैथ्यूज (15) का विकेट ले लिया. यास्तिका भाटिया (19) काफी देर तक टिकी रहीं लेकिन खुलकर रन बनाने में नाकाम रही और 8वें ओवर में 50 के स्कोर पर एलिस पैरी ने उन्हें पवेलियन भेज दिया. बैटिंग में कमाल करने के बाद पैरी ने बॉलिंग में भी टीम के लिए अपना योगदान जारी रखा और विकेट के अलावा रनों पर भी लगाम लगाई.
मुंबई के हाथ से फिसल गई जीत
जल्द ही लेग स्पिनर जॉर्जिया वेयरहैम ने खतरनाक बल्लेबाज नैट सिवर (23) को बोल्ड कर बड़ी राहत दिलाई, लेकिन टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर (33) ने मोर्चा संभाल लिया. उन्होंने एमेलिया कर्र के साथ मिलकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया. मुंबई को 13 गेंदों में 16 रनों की जरूरत थी, जब श्रेयांका ने हरमनप्रीत का विकेट झटक लिया और यहीं पर मैच पलट गया. 19वें ओवर में सोफी मॉलिन्यू (1/16) ने सिर्फ 4 रन दिया और 1 विकेट लेकर टीम की स्थिति को मजबूत बनाया. आखिरी ओवर में 12 रनों की जरूरत थी और लेग स्पिनर आशा शोभना (1/13) ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 6 रन देकर टीम को पहली बार फाइनल में पहुंचा दिया.