KANPUR : कानपुर विकास प्राधिकरण के द्वारा आज कानपुर के साकेत नगर में स्थित एक जमीन को खाली करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का आदेश लेकर भारी पुलिस फोर्स और बुलडोजर के साथ केडीए की टीम पहुंची। मगर केडीए की टीम को स्थानीय जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने केडीए के बुलडोजर के सामने खड़े होकर पार्क के रूप में लंबे समय से पड़ी जमीन पर किसी भी कीमत पर बुलडोजर ना चलने की हिदायत देकर बवाल काटा दिया, लोगों का कहना है की पार्क में 30 से 40 साल पुराने पेड़ सैकड़ो की संख्या में लगे हुए है जिसे किसी भी कीमत पर उजाड़ने नही दिया जाएगा।
आपको बताते चले की कानपुर विकास प्राधिकरण के द्वारा जवाहर विद्या समिति को भूखंड संख्या 70 ब्लॉक व योजना जूही कला की रजिस्ट्री 1984 में की गई थी तब से लेकर आज तक केडीए ने इस जमीन को जवाहर विद्या समिति को कब्जा नही कराया। जिसके बाद आवंटी ने पूरे मामले की शिकायत उपभोक्ता फोरम में की जिसमे आवंटी के पक्ष में निर्णय सुनाया गया । फ़ैसले के बाद भी केडीए ने आवंटी को कब्जा नही दिलाया, जिसपर आवंटी के द्वारा उपभोक्ता फोरम के आदेश का पालन ना कराने पर मामले को लेकर आवंटी पहले हाईकोर्ट और फिर सर्वोच्च न्यायलय का दरवाजा खटखटाया। जिसमे सर्वोच्च न्यायालय ने चार हफ्ते के भीतर आवंटी को कब्जा दिलाने का आदेश दिया था। वही माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज कानपुर विकास प्राधिकरण के सचिव अभय कुमार पाण्डेय, केडीए ओएसडी शत शुक्ला, भारी पुलिस पुलिसबल और बुलडोजर लेकर कार्यवाही करने पहुंचे मगर केडीए की टीम को जनता के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा।
केडीए की टीम को देखते ही स्थानीय लोगो ने केडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बुलडोजर के सामने खड़े हो गए और किसी भी कीमत पर विवादित जमीन पर बने पार्क को उजाड़ने से रोक दिया।स्थानीय लोगों का कहना है की वर्तमान स्थिति में जिस स्थान को केडीए की टीम खाली करने आई है उसे नगर निगम की तरफ से पार्क में पाथवे बनाया गया है जिसमे लोग सालों से टहलते है साथ ही पार्क में सैकड़ो 30 से 40 साल पुराने बड़े पेड़ लगे हुए है जिसके केडीए उजाड़ना चाहती है जिसे लोग उड़ने नही देगे।
वही केडीए सचिव अभय कुमार पाण्डेय ने बताया की माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उनकी टीम जमीन को खाली कराने और आवंटी को कब्जा दिलाने आई थी मगर जनता का आक्रोश देखते हुए कार्यवाही नही की जा सकी है। दोनों पक्षों से बात चीत की जा रही है। पूरे मामले में बीच का रास्ता निकाला जाएगा। इस पूरे विवाद के दौरान किसी प्रकार की लॉ एंड ऑर्डर में कोई कमी न हो तभी कोई बड़ा विवाद उत्पन्न हो इसे देखते हुए लगभग 6 थानों का पुलिस फोर्स भी मुस्तैद नज़र आया ।