नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी NIA ने खालिस्तान गैंगस्टर लिंग मामले में चार राज्यों में छापेमारी की है. जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में लगभग 30 जगहों पर छापेमारी की है. इस छापेमारी में गैंगस्टर और आतंकियों के बीच नेक्सस की पड़ताल की जा रही है. जांच एजेंसी पंजाब के मोगा में अलग-अलग ठिकानों पर भी रेड कर रही है. एनआईए के साथ मोगा पुलिस भी मौजूद है. मोगा के हलका निहाल सिंह वाला के गांव बिलासपुर में एनआईए की टीम जांच कर रही है.
इससे पहले सितंबर 2023 में भी एनआईए ने गैंगस्टर और खालिस्तानी गठजोड़ के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया था. जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली हृष्टक्र, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में करीब 51 ठिकानों पर छापेमारी की थी. एनआईए ने आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग्स डीलर्स के बीच सांठगांठ से जुड़े 3 केस में ये कार्रवाई की थी.
सितंबर में हुई छापेमारी के दौरान सबसे ज्यादा पंजाब में 30 जगहों पर एनआईए की टीम पहुंची थी. वहीं, राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-हृष्टक्र और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी की गई थी. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, विदेशों में बैठे खालिस्तानी और गैंगस्टर भारत मे ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं. गैंगस्टर-खालिस्तानियों की इसी फंडिंग चेन को खत्म करने के लिए एनआईए का एक्शन जारी है.
करीब पांच महीने पहले एनआईए ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया था, वे लॉरेंस बिश्नोई, बंबिहा गैंग और अर्श डल्ला गिरोह के सदस्यों से जुड़े थे. दिल्ली में भीमा थाना रोड़ी में एनआईए की टीम पहुंची थी. यहां यादविंदर उर्फ जशनप्रीत के घर पर रेड रेड डाली गई थी, जो की पेशे से बाउंसर है. यादविंदर के खाते में विदेश से फंडिंग हुई थी, उसके फोन से विदेश में भी बात हुई थी.