

कन्नौज : दरअसल कन्नौज जिले के छिबरामऊ कस्बे की कांशीराम कॉलोनी में प्रेमिका की अनदेखी से आहत युवक शुक्रवार दोपहर उसके घर में घुस गया और आठ साल के बेटे को तमंचे के बल पर बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे मनाती रही, लेकिन वह प्रेमिका को बुलाने की मांग पर अड़ा रहा। कभी अपनी कनपटी पर तमंचा रखता तो कभी बच्चे की कनपटी पर रखकर गोली मारने की धमकी देता। इस पूरे मामले का संज्ञान ADG आलोक सिंह ने लिया और टीम लगाकर मॉनिटरिंग की और पुलिस ने बहादुरी दिखते हुए आरोपी युवक के पैर में गोली मार कर बच्चे तो सकुशल बचा लिया।
क्या है पूरा मामला
कांशीराम कॉलोनी के ब्लॉक नंबर 84 के एक घर में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे तालग्राम थाना क्षेत्र के सलेमपुर का रहने वाला दीपू अचानक घुस गया। उसका दावा था कि यहां रहने वाली महिला से उसने चार माह पहले कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन वह अब उससे पीछा छुड़ाना चाहती है। इसी से नाराज युवक ने प्रेमिका और उसके तीनों बच्चों से मारपीट शुरू कर दी। कॉलोनी के लोगों ने किसी तरह प्रेमिका और उसके दो बच्चों को तो छुड़ा लिया, लेकिन आठ साल के बेटे को उसने कमरे में बंधक बना लिया। पहले तो कालोनी के लोगों ने छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन गोली मारने की धमकी के चलते वह लोग पीछे हट गए। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे समझाती रही, लेकिन वह अपनी कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मारने की धमकी देता रहा। पुलिस पहले तो विनती करती रही, लेकिन फिर इस पूरे मामले का संज्ञान लिया ADG आलोक सिंह ने कन्नौज पुलिस की एक टीम को अलग से बच्चे को बचाने का टास्क दिया गया।
कन्नौज पुलिस की टीम ने बड़ी ही सतर्कता से अंदर घुसकर पहले बच्चे को मुक्त कराया। इस बीच दीपू ने फायर झोंक दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। इसके बाद घायल दीपू को सौ शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज तिर्वा रेफर कर दिया गया।
इस पूरे मामले के बाद अब ADG जोन आलोक सिंह ने बहादुरी दिखा कर बच्चे को बचने वाली को कैश रिवॉर्ड और मेडल दिलाने की बात कही है।