लोकसभा चुनाव के बीच सियासी उठापटक लगातार देखने को मिल रही है ऐसे में अब यूपी में सपा को बसपा का साथ मिल गया है लेकिन क्या वजह रही इस साथ की आखिर क्यों वो दो दल एक हो गए जो एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहें है तो समझिये आगे खबर में मामला, दरसअल अयोध्या से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें सांसद लल्लू सिंह कह रहे हैं कि सरकार बनाने के लिए तो सिर्फ 272 सांसद चाहिए, लेकिन संविधान संशोधन करने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए. उनके इसी बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर विपक्षी पार्टियों ने 400 पार के नारे की मंशा को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोल दिया है. वहीं बहुजन समाज पार्टी भी उनके सुर में सुर मिला रही है।
बीजेपी सांसद लल्लू सिंह के बयान ने उत्तर प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा दिया है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जनसंपर्क अभियान के दौरान लल्लू सिंह ने कहा कि सरकार बनाने के लिए तो केवल 272 सांसद चाहिए, लेकिन संविधान बदलने या संविधान संशोधन करने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए. लल्लू सिंह के इसी बयान को लेकर सपा और कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष दलों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के 400 पार के नारे को भी अब लल्लू सिंह के बयान से जोड़ा जा रहा है. आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी 400 सीटें जीतकर देश के संविधान को बदलना चाहती है, सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री और अब समाजवादी पार्टी से लोकसभा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने लल्लू सिंह के बहाने बीजेपी पर हमला बोला है और इसे सीधे-सीधे संविधान बदलने की आशंका जागते हुए इस देश पर खतरा बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को बदलने के फिराक में है. यही से आप सुनते होंगे कि कोई नेता कहता है कि 400 के ऊपर सांसद जीत जाए तब हम संविधान बदल देंगे. इससे बड़ा दुखद का दिन क्या होगा