पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में तकरार देखने को मिल रही है. सीट बंटवारे के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के नेता आमने-सामने आ गए हैं. यही वजह है कि अभी तक सीट बंटवारा नहीं हो पाया है. इस बीच कांग्रेस के नेताओं ने आरजेडी के उस फैसले पर भी ऐतराज जताया है, जिसमें लालू यादव के दल ने सहयोगी पार्टियों से चर्चा किए बिना ही प्रथम चरण के लिए 4 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. मालूम हो कि राजद ने नवादा से श्रवण कुशवाहा, गया सुरक्षित सीट से सर्वजीत कुमार, जमुई से अर्चना रविदास और औरंगाबाद से अभय कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है.
राजद के फैसले से नाखुश है कांग्रेस : आरजेडी के बिना विचार-विमर्श 4 उम्मीदवारों को उतारने के फैसले पर कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने नाखुशी जताई है. उन्होंने इस गठबंधन धर्म के विरूध बताया है. कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने कहा है कि आरजेडी ने औरंगाबाद से जिसे उम्मीदवार बनाया है, उसके अंदर जीतने की क्षमता ही नहीं है. इसके साथ ही निखिल ने RJD उम्मीदवार को बाहरी भी बताया. बता दें कि पहले चर्चा थी कि इस सीट से कांग्रेस के निखिल कुमार या आरजेडी से उपेंद्र प्रसाद को टिकट दिया जाएगा.
पप्पू को लेकर भी चल रहा मनमुटाव : इसके साथ ही पप्पू यादव को लेकर भी राजद और कांग्रेस के बीच मनमुटाव चल रहा है. मालूम हो कि पिछले दिनों राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी (जाप) का कांग्रेस में विलय कर दिया था. इसके साथ ही वे अपने बेटे के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उनके कांग्रेस में शामिल होने पर आरजेडी ने नाराजगी जाहिर जाहिर की है. बताया जा रहा है कि राजद पूर्णिया या मधेपुरा की लोकसभा सीट पप्पू यादव के लिए नहीं छोड़ना चाहती है.