माता पिता बच्चों की इन आदतों पर दें विशेष ध्यान, ये आदतें बना देंगी बच्चों का जीवन

Date:

- Advertisement -

हमने आपने हम सभी ने अपने बचपन शायद ढेरों शैतानियां और जिद्द की होगी इन ज़िदों और शैतानियों की वजह से हममे से अधिकतर लोग मार भी खाएं होंगे लेकिन आज के बदलते समय में बच्चों के साथ फ्रेंडली होना शायद कई समस्याओं का हल हो सकता है, ऐसे में अगर बचपन से हम कुछ आदते स्वयं में अपना लें तो शायद जीवन में बड़ा परिवर्तन भी हो सकता है, जिद भी करना अच्छी बात है और ऐसे में ये भी कहा जाता है की जिद अगर अच्छी चीजों की हो तो उसे कायम रखनी चाहिए, और अगर आदतें अच्छी हैं तो उन्हें जरूर स्वयं में डालना चाहिए, यदि कोई बच्चा अपने साफ-सफाई पर ध्यान दे और बचपन से ही शाम या रात को हल्का भोजन करने की आदत अपना ले, तो वो लाइफस्टाइल की बीमारियों जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर आदि से दूर रहेगा, और तनाव, आदि इससे पहले कि हम बच्चों को सुधार के लिए प्रोत्साहित करें, ये महत्वपूर्ण है कि हम अपने लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करें. दरअसल सच तो ये है कि बच्चे कॉपी मशीन हैं, बच्चे भी वही सीखते हैं जो उनके माता-पिता करते हैं. जब माता-पिता को एक-दूसरे पर चिल्लाने की आदत होती है, तो बच्चे भी एक-दूसरे पर चिल्लाना सीख जाते हैं. इसलिए आप शुरू में खुद को एक रोल मॉडल के रूप में कल्पना कर सकते हैं, इसलिए पहले खुद को पूरा न सही, फिर भी एक हद तक तो उदाहरण के रूप में सामने पेश कर सकते हैं. हालांकि सामान को सही तरीके से रखना, दूसरों से सही तरीके व्यवहार करना आदि, तो आइए जानें बच्चों के इन आदतों के बारें में….


Child Care Tips : वर्किंग पैरेंट्स को इस तरह रखना चाहिए अपने बच्चे का ध्यान  | Working parents should take care of their child like this Parenting Tips  in hindi | TV9 Bharatvarsh


जानें बच्चों के इन आदतों के बारें में….

1. बच्चे को पढ़ने-लिखने के आलावा अन्य स्किल सीखने में नहीं लगेगा मन.

2. बच्चे के अंदर अक्सर असामान्य आदतें और व्यवहार दिखाई देंगी.

3. कम बुद्धि वलए बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में धीमे सीखते हैं.

4. ऐसे बच्चों को बात करने में कठिनाई होती है, विचार व्यक्त करने में घबराते हैं.

5. ऐसे बच्चे समस्या को सुलझाने में असमर्थ होते हैं.

6. ऐसे बच्चों के अंदर सोशल इंटिमेसी कम होती है, मित्र बनाने में भी कटते रहते हैं.

7. कम बुद्धि वाले बच्चे किसी काम में सही से ध्यान नहीं केंद्रित कर पाते हैं.

8. इन्हें सवाल पूछने में झिझक होती है, इस वजह से सही से मानसिक विकास नहीं हो पाता.

9. इनके अंदर सोचने की क्षमता कम होती है, अपने बारे में सही से नहीं सोच पाते.

10. अपने फैसलों के लिए दूसरे पर निर्भर रहते हैं, अपने विचार को रखने में हिचकिचाते हैं


अन्य भाषा में पढ़े :

अन्य खबरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

इंटरनेशनल पीस कॉन्फ्रेंस में कानपुर की साक्षी कुमारी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से किया गया सम्मानित 

रिपोर्ट : अल्का राजपूत  कानपुर । हैदराबाद में आयोजित इंटरनेशनल पीस कॉन्फ्रेंस में कानपुर की मशहूर कॉस्मेटोलॉजिस्ट व फैशन...

गौरवांजली समिति ने धूमधाम से मनाया अपना 20वाँ विदूषी सम्मान समारोह, 300 से अधिक होनहारों को किया सम्मानित

रिपोर्ट : अनुराग श्रीवास्तव KANPUR : उत्तरप्रदेश की मशहूर संस्कृतिक संस्था गौरवांजली द्वारा आज कानपुर के काकादेव स्थित BSS...

व्यापारी को टॉर्चर कर 50 हज़ार वसूलने पर कानपुर में दो दरोगा और पार्षद को हुई जेल

कानपुर : घाटमपुर में मोमबत्ती का कारखाना व्यापारी को टॉर्चर कर 50 हजार वसूलने वाले कस्बा चौकी इंचार्ज,...

रिटायर्ड आर्मीमैन से दिन दहाड़े लूट के आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर ।

KANPUR : आपको बताते चले कि जाजमऊ थानाक्षेत्र में बीते सप्ताह एक्स आर्मीमैन से दिनदहाड़े चैन लूट की...
Enable Notifications OK No thanks