लखनऊ: लोकसभा के चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका सभी दल अपनी अपनी पार्टी से जीताऊ प्रत्याशी पर दांव लगना चाहते हैं ऐसे में सभी जिलों पर सत्ता व् विपक्षी दल काफी गहनता से सोच विचार कर रेहन हैं ऐसे में यूपी की दो सीटें राजनितिक सरगर्मी का पारा बढ़ा रही है, जिसमे कांग्रेस ने इन दो सीटों पर प्रत्याशी न घोषित कर क सत्ता दल की बेचैनी बढ़ा दी है, लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में कांग्रेस ने अभी तक 14 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. यूपी में I.N.D.I.A. के तले सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. समाजवादी पार्टी की तरफ पार्टी को 17 सीटें मिली हैं. इन 17 सीटों में सबसे ज्यादा चर्चा रायबरेली और अमेठी सीट की है. देश की 543 लोकसभा सीटों में से 150 से अधिक पर कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. वहीं अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
कांग्रेस की यूपी इकाई ने इन दोनों सीटों पर फैसला करने के लिए कांग्रेस हाईकमान को अधिकृत कर दिया है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चीफ अजय राय भी कई बार कह चुके हैं कि दोनों सीटों पर गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़ेगा और इस संदर्भ में हमने हाईकमान को फैसला करने का अधिकार दे दिया है. कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने भी गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए प्रयागराज में कहा कि यह दोनों सीटें गांधी-नेहरू परिवार की हैं. हमने कांग्रेस सीईसी को इस पर फैसला लेने के लिए आग्रह किया है। वहीं पिछले दिनों सूत्रों के हवाले से खबरें आईं थीं कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. इस स्थिति में पार्टी नए नामों को लेकर विचार कर रही है. अगर बात भाजपा की करें तो अभी तक पार्टी ने सिर्फ अमेठी निर्वाचन क्षेत्र पर ही उम्मीदवार उतारा है. पार्टी ने स्मृति ईरानी को अमेठी से प्रत्याशी बनाया है।