लोकसभा चुनाव में इस वक़्त उत्तरप्रदेश में सबसे चर्चित सीट बनी हुयी है कन्नौज जहाँ इस सीट पर 25 अप्रैल गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल किया इस दौरान सपा प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव भी उनके साथ थे। काफी समय से यह चर्चा थी कि अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे, जबकि समाजवादी पार्टी ने कुछ समय पहले कन्नौज लोकसभा सीट से तेज प्रताप यादव को टिकट दे कर अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया था, वर्तमान समय में तेज प्रताप यादव मैनपुरी से पूर्व सांसद हैं, वहीँ नाम घोषणा के बाद अचानक कन्नौज लोकसभा सीट से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की घोषणा की गयी जिसके बाद आज नामांकन की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया, नामांकन से कुछ देर पहले सपा अध्यक्ष ने X पर एक तस्वीर साझा की है, इस साझा की गयी तस्वीर में अखिलेश यादव नामांकन करते नज़र आ रहे हैं. यह तस्वीर वर्ष 2000 की बताई जा रही हैं. जब अखिलेश यादव ने अपने पहले चुनाव के लिए नामांकन किया था.
बात अगर इस सीट के स्वर्णिम इतिहास की करें तो वर्ष 1999 का लोक सभा चुनाव समाजवादी पार्टी के संस्थापक स्व. मुलायम सिंह ने कन्नौज से जीता। वहीं, वर्ष 2000 में मुलायम सिंह ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव कन्नौज लोक सभा सीट से उम्मीदवार बने और यहां से अपने जीवन का पहला चुनाव जीते, अखिलेश के राजनीतिक सफर की शुरुआत वर्ष 2000 में कन्नौज से सांसद बन कर हुई। इसके बाद अखिलेश की राजनीति चमकी और 2004 व 2009 का चुनाव भी वह कन्नौज से जीते। साल 2012 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए अखिलेश यादव ने कन्नौज से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनकी पत्नी का राजनितिक सफर भी इसी सीट से शुरू हुआ, वर्ष 2012 में डिंपल यादव ने अपने जीवन का पहला चुनाव जीता। डिंपल के पॉलिटिकल करियर का आगाज़ भी कन्नौज से चुनाव जीत कर हुआ। वह इस चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित हुई थीं। इसके बाद 2014 के चुनाव में भी डिंपल ने यहां से जीत दर्ज की। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता के सामने यह सीट हारनी पड़ी। इस चुनाव में भाजपा से सुब्रत पाठक तो वहीं सपा से डिंपल यादव ने चुनाव लड़ा था। 2019 में जीते सुब्रत पाठक को भाजपा ने 2024 में भी कन्नौज से उम्मीदवार बनाया है, फिलहाल, अखिलेश यादव के कन्नौज के मैदान में उतारने से यहां का चुनाव दिलचस्प हो गया हैं। भाजपा से सुब्रत पाठक मैदान में हैं। अब यह देखना होगा की इस चुनावी मैदान में ऊंट किस रुख बैठता हैं।