आईआईटी बीएचयू ने ऐसा हाइब्रिड स्मार्ट ग्रिड सिस्टम तैयार किया है जिससे एसी (अल्टरनेट करंट) और डीसी (डायरेक्ट करंट) सप्लाई एक साथ मिलेगी। इससे अडाप्टर की जरूरत खत्म हो जाएगी। इससे स्विच बोर्ड में सिर्फ केबल लगाकर लैपटॉप और मोबाइल चार्ज किया जा सकेगा। इसकी सबसे खास बात ये है कि ये स्मार्ट ग्रिड सिस्टम ग्रिड, सौर ऊर्जा और बैटरी तीनों से ही संचालित होगा। आईआईटी बीएचयू के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. आरके सिंह और प्रो. वीएन लाल के निर्देशन में शोध छात्रों इसे तैयार किया है। प्रो. आरके सिंह का दावा है कि ये पहला ऐसा हाइब्रिड स्मार्ट ग्रिड होगा जिसमें एक साथ एसी और दो डीसी सप्लाई मिलेगी।
घरों में एसी सप्लाई यानी 230 वोल्ट ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। वहीं लैपटॉप चार्ज करने के लिए 19.5 वोल्ट डीसी और मोबाइल चार्ज करने के लिए 5 वोल्ट डीसी सप्लाई की जरूरत पड़ती है। इस ग्रिड सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए घर में दो बोर्ड लगाने होंगे। एक एसी सप्लाई बोर्ड, जिससे 230 वोल्ट की बिजली सप्लाई होगी। वहीं दूसरा डीसी बोर्ड, जो लैपटॉप और मोबाइल के लिए होगा। इस बोर्ड में एक स्विच 19.5 वोल्ट और दूसरा 5 वोल्ट का होगा। इसे जरूरत के लिहाज से बढ़ाया जा सकेगा। प्रो. आरके सिंह ने बताया कि कन्वर्टर को ग्रिड, सौर ऊर्जा और बैटरी तीनों से जोड़ा गया है। ताकि किसी भी हाल में ऊर्जा की आपूर्ति ठप ना हो। सौर ऊर्जा ना मिलने पर ये बिजली से चलेगा। बिजली न होने पर बैटरी से। प्रो. सिंह ने बताया कि इस सिस्टम की शुरुआत प्रयोग के तौर पर संस्थान की लाइब्रेरी में कर दी गई है।
हाइब्रिड स्मार्ट ग्रिड को आईओटी बेस्ड बनाया गया है। इसके लिए एप भी तैयार किया गया है। इसे फोन या लैपटॉप में डाउनलोड कर कंट्रोल भी किया जा सकता है। यानी इससे जुड़े पंखे, बल्ब, मोबाइल चार्जर या अन्य किसी संचालित वस्तु को फोन से ऑन ऑफ किया जा सकेगा। कोई अगर घर से बाहर है और पंखा बंद करना भूल गया है तो फोन से जरिये इसे बंद किया जा सकेगा। इसमें स्मार्ट स्विच लगाए गए हैं। हाइब्रिड स्मार्ट ग्रिड में अलार्म भी लगाया गया है। अगर कहीं शॉट सर्किट हुआ या कोई अन्य तकनीकी समस्या आने पर अलार्म बजेगा। यही नहीं कन्वर्टर ने कहां से कितनी ऊर्जा ले ली है, कितनी ऊर्जा खत्म हुई है, इसकी भी जानकारी देगा।