

@रिपोर्ट : अनुराग श्रीवास्तव कानपुर
नई दिल्ली: देश की कानूनी दुनिया में एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए, सुप्रीम कोर्ट के प्रतिभाशाली युवा अधिवक्ता शुभम अवस्थी को हाल ही में BW लीगल वर्ल्ड द्वारा आयोजित भव्य लीगल नेक्सस कॉन्क्लेव में ‘भारत के टॉप 40 अंडर 40 वकील’ के सम्मान से नवाजा गया। यह पुरस्कार देश के सबसे होनहार और प्रभावशाली युवा कानूनी पेशेवरों को उनकी असाधारण व्यावसायिक उपलब्धियों, उच्च नैतिक मानकों और विधिक क्षेत्र में गहन विशेषज्ञता के लिए दिया जाता है। इस सम्मान के लिए चयनित होने वाले वकील पूरे राष्ट्र से चुने जाते हैं, जो इसकी प्रतिष्ठा और कठोरता को दर्शाता है।
शुभम अवस्थी की यह बड़ी सफलता उनकी लगन, अनुशासन और कानून के प्रति समर्पण का जीता-जागता प्रमाण है। कम आयु में ही उन्होंने संवैधानिक और जटिल कानूनी मुद्दों पर मजबूत पकड़ बना ली है, जिसके कारण भारत के सर्वोच्च न्यायालय में उनकी मजबूत मौजूदगी दर्ज की गई है। सुप्रीम कोर्ट जैसे उच्चतम न्यायिक मंच पर प्रभावी ढंग से वकालत करना किसी भी युवा अधिवक्ता के लिए बड़ी चुनौती होती है, लेकिन शुभम अवस्थी ने अपनी कड़ी मेहनत, गहन अध्ययन और दृढ़ संकल्प से इसे हासिल कर लिया। उनकी बहसें न केवल तर्कपूर्ण होती हैं, बल्कि न्याय की मूल भावना को भी मजबूती प्रदान करती हैं।
खास बात यह है कि शुभम अवस्थी कानपुर से लोकसभा सांसद रमेश अवस्थी के छोटे बेटे हैं। जहां पिता रमेश अवस्थी संसद में जनप्रतिनिधि के रूप में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर आवाज उठाते हैं, वहीं पुत्र शुभम अवस्थी न्यायिक व्यवस्था के माध्यम से संविधान की रक्षा और कानून की सेवा में जुटे हैं। यह पिता-पुत्र की जोड़ी परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि कानपुर शहर और पूरे उत्तर प्रदेश प्रदेश के लिए गौरव की बात है। यह दुर्लभ संयोग दर्शाता है कि कैसे एक परिवार के सदस्य अलग-अलग क्षेत्रों में देशसेवा कर रहे हैं, एक विधायिका में और दूसरा न्यायपालिका में।
कानूनी जगत के वरिष्ठ विशेषज्ञों और प्रमुख अधिवक्ताओं की राय में, शुभम अवस्थी का यह चयन आने वाली पीढ़ी के युवा वकीलों के लिए एक बड़ा प्रेरणादायक उदाहरण है। सीमित संसाधनों और तीव्र प्रतियोगिता के दौर में भी उन्होंने साबित कर दिखाया कि स्पष्ट लक्ष्य, निरंतर प्रयास और नैतिकता से राष्ट्रीय स्तर की मान्यता हासिल की जा सकती है। कई वरिष्ठों का मानना है कि ऐसे युवा प्रतिभाएं ही भविष्य में भारतीय न्याय व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगी।
इस सम्मान की घोषणा के बाद शुभम अवस्थी को पूरे देश से हार्दिक बधाइयां और शुभकामनाएं प्राप्त हो रही हैं। उनके परिवारजनोंने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे हमेशा सत्य का साथ, ईमानदारी का पालन और विनम्रता बनाए रखें। परिवार की ओर से ईश्वर से उनके उज्ज्वल करियर, लगातार सफलताओं, उच्च सम्मान और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना की गई है।
लीगल क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि अगर शुभम अवस्थी इसी तरह समर्पित भाव से और नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ते रहे, तो निकट भविष्य में वे भारत के प्रमुख और अग्रणी अधिवक्ताओं की श्रेणी में स्थान बना लेंगे। यह ‘टॉप 40 अंडर 40 वकील’ पुरस्कार उनके करियर की एक मील का पत्थर साबित होगा, जो आगे और भी बड़ी जिम्मेदारियों और उपलब्धियों के द्वार खोलेगा।
पुरस्कार वितरण समारोह से पूर्व, कार्यक्रम में पूर्व दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीशों, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, वरिष्ठ अधिवक्ताओं, नीति-निर्माताओं और प्रमुख कानूनी व्यक्तित्वों की उपस्थिति में कई विचारोत्तेजक कीनोट सेशन और पैनल डिस्कशन आयोजित किए गए। इन सत्रों में कानूनी क्षेत्र की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर गहन चर्चा हुई।
समारोह में अधिवक्ता शुभम अवस्थी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनका चयन एक प्रतिष्ठित जूरी द्वारा कठिन इंटरव्यू और मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद हुआ है, जिसके लिए वे जूरी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे इस सम्मान को सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि और अधिक मेहनत करने, बेहतर प्रदर्शन देने और कानूनी पेशे के साथ-साथ समाज के प्रति एक बड़े योगदान की जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं।
मीडिया और एंटरटेनमेंट लॉ में पोस्टग्रेजुएट डिग्री प्राप्त अधिवक्ता अवस्थी कई सरकारी पैनलों, वैधानिक प्राधिकरणों और संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया तथा विभिन्न हाई कोर्ट्स में अनेक महत्वपूर्ण पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (PIL) और केस दाखिल किए तथा बहस की, जो सामाजिक न्याय और सार्वजनिक हित से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रहे हैं।
पेशेवर जीवन के अलावा, सामाजिक और मानवीय कार्यों में भी सक्रिय शुभम अवस्थी को हाल ही में यूनाइटेड किंगडम स्थित वर्ल्ड ह्यूमैनिटेरियन ड्राइव (WHD) द्वारा इंडिया के लिए डिप्टी सेक्रेटरी जनरल नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उनकी कानूनी प्रैक्टिस से इतर समाजसेवा और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
यह उपलब्धि न केवल शुभम अवस्थी के व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि युवा पीढ़ी को यह संदेश देती है कि कानून का क्षेत्र मेहनत और समर्पण से ऊंचाइयों को छू सकता है। BW लीगल वर्ल्ड जैसे मंच ऐसे प्रतिभाओं को पहचान कर कानूनी समुदाय को प्रोत्साहित कर रहे हैं।






